एकता
में बल
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :-
१) ऋषि का आश्रम कहाँ था ?
उत्तर - ऋषि का आश्रम सुदूर वन में था ।
२) विद्यार्थी स्वयं को कैसा समझने लगे ?
उत्तर - विद्यार्थी स्वयं को दूसरों से श्रेष्ठ समझने लगे ।
३) कौन- सा महीना था ?
उत्तर - सर्दी का महीना था ।
४) शिष्य ने अलाव में से क्या निकालकर अलग रखा ?
उत्तर - शिष्य ने अलाव में से दहकता कोयला निकालकर
अलग रखा।
५) इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है ?
उत्तर- इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है
“ एकता में ही बल होता है ” |
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ।
१) गुरूकुल में कई विद्यार्थी अध्ययन
कर रहें थे।
२) स्वयं को दूसरों से श्रेष्ठ समझने की यह भूल उनमें घमंड की
भावना पैदा कर गई ।
३) अलग पड़े कोयले की दशा देखकर शिष्यों को अपनी भूल का
एहसास
हुआ |
४) बाहर कड़ाके की ठंड पड़ रही थी ।
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