वीर तुम बढ़े चलो
कठिन शब्द अर्थ
१ . ध्वजा - झंडा
२ . वीर - बहादुर
३ . प्रण - प्रतिज्ञा
४ . वारि - पानी
५ . धीरज - हिम्मत
६ . प्रात: -
सुबह , सवेरा , भोर
७ . यतन - कोशिश , प्रयत्न
८ . डटो - खड़े
रहो
Ø प्रश्नों के उत्तर एक
वाक्य में लिखिए -
प्रश्न १. कवि ने किनका दल सजाने के लिए कहा है ?
उत्तर. कवि
ने बालकों का दल सजाने के लिए कहा है।
प्रश्न २. कविता
में किसके दहाड़ने की बात की गई है ?
उत्तर-
कविता में सिंह के दहाड़ने की बात की गई है।
प्रश्न
३.कवि ने कब निडर होकर डटने की बात की है ?
उत्तर- कवि ने, जब हमारे सामने पहाड़ जैसा संकट हो और सिंह जैसे
ताकतवर जानवर हो तब हमें निडर होकर डटने की बात की है।
४) भूमि में क्या-क्या भरा है ?
उत्तर- भूमि
में अन्न,जल,रत्न भरे है
जिन्हें प्रयत्नों के द्वारा निकाला जा सकता है।
५) अशोक चक्र में कितनी तीलियाँ है ?
उत्तर- अशोक
चक्र में चौबीस तीलियाँ है।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए |
१. हमारे ध्वज में तीन रंग हैं। ( तीन, आठ )
२. इस कविता में दल बच्चों का हैं। ( बुज़ुर्गों, बच्चों )
३. सामने पहाड़ हो, सिंह की
दहाड़ हो। ( ज़ोर की, सिंह की )
४ .वीर तुम
बढ़े चलो कविता के कवि द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
है। ( महादेवी वर्मा , द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी )
५
. रत्न पाने के लिए हमें प्रयत्न करना पड़ता है ।
( आलस, प्रयत्न )
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